भजन: गौमाता की सेवा करना हर हिन्दू का कर्म है - Gau Mata Ki Seva Karana Har Hindu Ka Karm Hai
गौ-माता की सेवा करना, हर हिन्दू का कर्म है ।
गौ-माता की रक्षा करना, हर हिन्दू का धर्म है ।।
सूखे तिनके खाकर भी जो, दूध सभी को देती है ।
शाकाहारी मूक बेचारी, जो दे दो वो खा लेती है ।
बछडों का दूध हमें पिलाती, ये दिल की कितनी नर्म है ।।१।।
गौमाता की सेवा करना...
बूढी और लाचारी गैया, निशदिन काटी जाती है ।
जीवन भर अमृत पिलाती, कैसी गति वो पाती है ।
भारत हिन्दू देश में, होता ये कैसा अधर्म है ।।२।।
गौमाता की सेवा करना...
हिन्दू एकता और शक्ति का, गौमाता ही प्रतिक है ।
राष्ट्र चिन्ह इसको बनवाओ, बात ये बिलकुल ठीक है ।
खून हमारा भी ठण्डा नहीं, बतला दो ये गर्म है ।।३।।
गौमाता की सेवा करना...
हर नगर गाँव और देश में, गौशालाये बनवाओ ।
हिन्दुओ की माताओ को, खुले आम ना कटवाओ ।
जागो हिन्दू भाई बहनो, बची अगर कुछ शर्म है ।।४।।
गौमाता की सेवा करना...
।। जय गौ-माता ।।
।। जय श्री कृष्णा ।।

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