भजन: शिव शंकर चले कैलाश रस दिया बूंदा पईया - Shiv Shankar Chale Kailash Ras Diya Boonda Paiyan
बूंदा पईया डोह चार रस दिया बूंदा पईया ।
गौरा ने बीज लई हरी हरी मेहंदी,
मेरे भोले ने बीज लई भांग, रस...
गौरा की उघ गयी हरी हरी मेहंदी,
मेरे भोले की उघ गयी भांग, रस...
गौरा ने काट लई हरी हरी मेहंदी,
मेरे भोले ने काट ली भांग, रस...
गौरा ने पीस दी हरी हरी मेहंदी,
मेरे भोले ने पीस ली भांग, रस...
गौरा ने भिगो दी हरी हरी मेहंदी,
मेरे भोले ने भिगो दी भांग, रस...
गौरी ने लगा ली हरी हरी मेहंदी,
मेरे भोले ने पी ली भांग, रस...
गौरा के रच गयी हरी हरी मेहंदी,
मेरे भोले को चढ़ गयी भांग, रस...
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