Posts

Showing posts with the label Maa Vaishno Devi

श्री वैष्णो माता जी की आरती - Shri Vaishno Mata Ji Ki Aarti

Image
भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे,  हो रही जय जय कार मंदिर विच आरती जय माँ । हे दरबारा वाली आरती जय माँ । ओ पहाड़ा वाली आरती जय माँ ॥ काहे दी मैया तेरी आरती बनावा, काहे दी पावां विच बाती, मंदिर विच आरती जय माँ । सुहे चोलेयाँ वाली आरती जय माँ । हे माँ पहाड़ा वाली आरती जय माँ ॥ सर्व सोने दी आरती बनावा, अगर कपूर पावां बाती, मंदिर विच आरती जय माँ । हे माँ पिंडी रानी आरती जय माँ । हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ ॥ कौन सुहागन दिवा बालेया मेरी मैया, कौन जागेगा सारी रात, मंदिर विच आरती जय माँ । सच्चिया ज्योतां वाली आरती जय माँ । हे पहाड़ा  वाली आरती जय माँ ॥ सर्व सुहागिन दिवा बलिया मेरी अम्बे, ज्योत जागेगी सारी रात, मंदिर विच आरती जय माँ । हे माँ त्रिकुटा रानी आरती जय माँ । हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ ॥ जुग जुग जीवे तेरा जम्मुए दा राजा, जिस तेरा भवन बनाया, मंदिर विच आरती जय माँ । हे मेरी अम्बे रानी आरती जय माँ । हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ ॥ सिमर चरण तेरा ध्यानु यश गावे, जो ध्यावे सो, यो फल पावे, रख बाणे दी लाज, मं...

भजन: कहानी वैष्णो रानी की - Kahani Vaishno Rani Ki

Image
कहानी वैष्णो रानी की, कहानी वैष्णो रानी की, कहानी वैष्णो रानी की, कहानी वैष्णो रानी की, तीन पिंडी माँ शेरावाली, कथा भवानी की, कहानी वैष्णो रानी की... जम्मू कटरा में रहते, थे माँ के भक्त निराले, नाम श्रीधर था उनका, मन के थे भोले भाले । रात दिन सांझ सवेरे करते मईया की पूजा, माँ की सेवा से बढ़कर और कोई काम ना दूजा । माता के चरणों में अर्पण, पूरी जिंदगानी की, कहानी वैष्णो रानी की... कन्या के रूप में माँ ने दिया श्रीधर को दर्शन, करो भंडारा माँ का, दे आओ सबको निमंत्रण, सुनी आज्ञा जो माँ की, कहा श्रीधर ने माँ से, आयोजन भंडारे का करूंगा बोलो कहाँ से । मैं निर्धन, औकात नहीं भंडारा कराने की, कहानी वैष्णो रानी की... श्रीधर की लेने परीक्षा मन में ठाना भैरव ने, साधू संतो की टोली चला लेकर वो संग में । सुनले मायावी कन्या, न तेरी माया चलेगी, हाथों से भैरवनाथ के आज तू बच ना सकेगी । चला पकड़ने कन्या को, उसने नादानी की, कहानी वैष्णो रानी की... वीर लांगुर-भैरव में छिड़ा संग्राम भारी, एक महा-बलशाली, दूजा योगी तपधारी । क्रोध में भरकर वैष्णो माँ ने...