Posts

Showing posts with the label Kal Bhairav

श्री काल भैरव जी की आरती - Shri Kal Bhairav Ji Ki Aarti

Image
जय भैरव देवा, प्रभु जय भैंरव देवा । जय काली और गौरा देवी कृत सेवा ॥ तुम्हीं पाप उद्धारक दुख सिंधु तारक । भक्तों के सुख कारक भीषण वपु धारक ॥ वाहन शवन विराजत कर त्रिशूल धारी । महिमा अमिट तुम्हारी जय जय भयकारी ॥ तुम बिन देवा सेवा सफल नहीं होंवे । चौमुख दीपक दर्शन दुख सगरे खोंवे ॥ तेल चटकि दधि मिश्रित भाषावलि तेरी । कृपा करिए भैरव करिए नहीं देरी ॥ पांव घुंघरू बाजत अरु डमरू डमकावत । बटुकनाथ बन बालक जन मन हर्षावत ॥ बटुकनाथ जी की आरती जो कोई नर गावें । कहें धरणीधर नर मनवांछित फल पावें ॥