रक्षाबंधन पर भाई के लिए बहन का पत्र - Sister's Letter for Brother on Raksha-Bandhan
इस राखी पर भैया मुझे,
बस यही तोहफा देना तुम,
रखोगे ख्याल माँ-पापा का,
बस यही एक वचन देना तुम !
⚜⚜⚜⚜
बेटी हूँ मैं, शायद ससुराल से रोज़ न आ पाऊँगी,
जब भी पीहर आऊँगी,
इक मेहमान बनकर आऊँगी !
पर वादा है, ससुराल में संस्कारों से,
पीहर की शोभा बढाऊँगी !
तुम तो बेटे हो,
इस बात को न भुला देना तुम,
रखोगे ख्याल माँ-पापा का,
बस यही वचन देना तुम !
⚜⚜⚜⚜
मुझे नहीं चाहिये सोना-चांदी,
न चाहिये हीरे-मोती,
मैं इन सब चीजों से कहाँ सुख पाऊँगी,
देखूंगी जब माँ-पापा को पीहर में खुश
तो ससुराल में चैन से मैं भी जी पाऊँगी !
अनमोल हैं ये रिश्ते,
इन्हें यूं ही न गंवा देना तुम,
रखोगे ख्याल माँ-पापा का,
बस यही वचन देना तुम,
⚜⚜⚜⚜
वो कभी तुम पर या भाभी पर गुस्सा हो जायेंगे,
कभी चिड़चिड़ाहट में कुछ कह भी जायेंगे,
न गुस्सा करना, न पलट के कुछ कहना तुम !
उम्र का तकाजा है, यह
भाभी को भी समझा देना तुम,
इस राखी पर भैया मुझे,
बस यही तोहफा देना तुम !
रखोगे ख्याल माँ-पापा का,
बस यही वचन देना तुम ।
⚜⚜⚜⚜
⚜ आप सभी भाई और बहनो को रक्षाबंधन की हार्दिक बधाई ⚜
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