Posts

Showing posts with the label Science

क्यों नहीं जलाई जाती बांस की लकड़ी ? - Why Not Burn Bamboo Wood ?

Image
क्या आपको पता है कि अर्थी में इस्तेमाल होने के बाद भी चिता में  क्यों नहीं जलाई जाती बांस की लकड़ी ? मृत्यु संस्कार कार्यों में लाश को रखने के लिए "अर्थी"  में तो इस लकड़ी को प्रयोग किया जाता है  लेकिन जलाते समय उसे हटा दिया जाता है। यकीन मानिए इसका वैज्ञानिक कारण बेहद भयभीत करने वाला है, जो शायद ही कभी आपने सोचा हो। शास्त्रों में भी वृक्षों की रक्षा को विशेष महत्व दिया गया है।  वृक्षों की पूजा इसका उदाहरण है, लेकिन चंदन आदि सुगंधित वृक्षों की लकड़ियां  कुछ विशेष कार्यों या मतलब से जलाने की बात कही गई है। यहां यह विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि शास्त्रानुसार बांस की लकड़ी जलाना विशेष रूप से वर्जित है। ऐसा करना भारी पितृ दोष देने वाला माना गया है।  बांस की लकड़ी पर्यावरण संतुलन में आम वृक्षों की तरह ही उपयोगी है। मजबूत होने के कारण इसे फर्नीचर तथा कई प्रकार के सजावटी सामानों में भी उपयोग किया जाता है। इसे जलाना आम पेड़ों से ज्यादा खतरनाक क्यों है? आपको जानकर हैरानी होगी कि बांस की लकड़ी में "लेड"  और कई प्रकार के भारी धातु होते हैं जो जलने क...

जानिए मंदिर के बाहर चप्पल उतारने के वैज्ञानिक कारण - Know Scientific Reasons For Slippers Outside The Temple

Image
मंदिर के बाहर चप्पल क्यों उतारते हैं? मंदिर में प्रवेश नंगे पैर ही करना पड़ता है, यह नियम दुनिया के हर हिंदू मंदिर में है। इसके पीछे वैज्ञानिक कारण यह है कि मंदिर की फर्शों का निर्माण पुराने समय से अब तक इस प्रकार किया जाता है कि ये इलेक्ट्रिक और मैग्नैटिक तरंगों का सबसे बड़ा स्त्रोत होती हैं। जब इन पर नंगे पैर चला जाता है तो अधिकतम ऊर्जा पैरों के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर जाती है। इसके अलावा एक कारण यह भी है कि मंदिर में गंदगी ना फैले इसलिए जूते चप्पलों को बाहर उतारने का नियम है। *********** दीपक के ऊपर हाथ घुमाने का वैज्ञानिक कारण- आरती के बाद सभी लोग दिए पर या कपूर के ऊपर हाथ रखते हैं और उसके बाद सिर से लगाते हैं और आंखों पर स्पर्श करते हैं। ऐसा करने से हल्के गर्म हाथों से दृष्टि इंद्री सक्रिय हो जाती है और बेहतर महसूस होता है। *********** मंदिर में घंटा लगाने का  वैज्ञानिक  कारण- जब भी मंदिर में प्रवेश किया जाता है तो दरवाजे पर घंटा टंगा होता है जिसे बजाना होता है। मुख्य मंदिर (जहां भगवान की मूर्ति होती है) में भी प्रवेश करते समय घंट...