Posts

Showing posts with the label Meera Bai Bhajan

भजन: एक राधा एक मीरा - Ek Radha Ek Meera Dono Ne Shyam Ko Chaha

Image
एक राधा एक मीरा, दोनों ने श्याम को चाहा  अंतर क्या दोनों की चाह में बोलो एक प्रेम दीवानी, एक दरस दीवानी  राधा ने मधुबन में ढूँढा, मीरा ने मन में पाया  राधा जिसे खो बैठी वो गोविन्द मीरा हाथ बिक आया  एक मुरली एक पायल, एक पगली एक घायल  अंतर क्या दोनों की प्रीत में बोलो  एक सूरत लुभानी, एक मूरत लुभानी  एक प्रेम दीवानी, एक दरस दीवानी  मीरा के प्रभु गिरिधर नागर, राधा के मनमोहन राधा नित श्रृंगार करे, और मीरा बन गयी जोगन  एक रानी एक दासी, दोनों हरी प्रेम की प्यासी  अंतर क्या दोनों की तृप्ति में बोलो एक जीत न मानी, एक हार ने मानी एक प्रेम दीवानी, एक दरस दीवानी - लता मंगेशकर

भजन: मेरे तो गिरधर गोपाल दूसरो ना कोई - Mere To Girdhar Gopal Dusro Na Koi

Image
मेरे तो गिरधर गोपाल, दूसरो ना कोई जाके सर मोर-मुकुट, मेरो पति सोई कोई कहे कारो, कोई कहे गोरो लियो है अँखियाँ खोल कोई कहे हलको, कोई कहे भारो लियो है तराजू तौल मेरे तो गिरधर गोपाल, दूसरो ना कोई कोई कहे छाने, कोई कहे छुवने लियो है बजन्ता ढोल तन का गहना मैं सब कुछ दीन्हा लियो है बाजूबंद खोल मेरे तो गिरधर गोपाल, दूसरो ना कोई असुवन जल सींच-सींच प्रेम बेल बोई अब तो बेल फ़ैल गयी आनंद फल होई मेरे तो गिरधर गोपाल, दूसरो ना कोई तात-मात भ्रात बंधू आपणो ना कोई छाड़ गयी कुल की कान का करीहे कोई? मेरे तो गिरधर गोपाल, दूसरो ना कोई चुनरी के किये टोक ओढली लिए लोई मोती-मूंगे उतार बन-माला पोई मेरे तो गिरधर गोपाल, दूसरो ना कोई