भजन: जय माँ शैलपुत्री - Jai Maa Shailputri

नवरात्र माँ दुर्गा का पहला रूप - शैलपुत्री (अनंत देवियों की शक्ति) माँ शैलपुत्री पर्वतराज हिमालय की पुत्री हैं, इसलिए इन्हे पार्वती एवं हेमवती के नाम से भी जाना जाता है। माँ शैलपुत्री की आराधना से मनवांछित फल प्राप्त होता है। जय माँ शैलपुत्री प्रथम, दक्ष की हो संतान । नवरात्रे के पहले दिन करें आपका ध्यान ॥ अग्नि कुण्ड में जा कूदी, पति का हुआ अपमान । अगले जनम में पा लिया शिव के पास स्थान ॥ राजा हिमाचल से मिला पुत्री बन सम्मान । उमा नाम से पा लिया देवों का वरदान ॥ सजा है दाये हाथ में संघारक त्रिशूल । बाए हाथ में ले लिया खिला कमल का फूल ॥ बैल है वाहन आपका, जपती हो शिव नाम । दर्शन ने आनंद मिले अम्बे तुम्हे प्रणाम ॥ नवरात्रों की माँ, कृपा कर दो माँ । जय माँ शैलपुत्री, जय माँ शैलपुत्री ॥